रेलवे में ट्रेन ड्राइवर के लिए बिहार से सबसे ज्यादा महिलाएं चुनी जा सकती हैं, क्योंकि इस राज्य से परीक्षा देने वाली महिला अभ्यर्थियों की तादाद 72817 है। दूसरे नंबर पर उत्तरप्रदेश है। यहां से 67813 महिलाएं परीक्षा में बैठीं। रेलवे ने राज्यों के अनुसार स्क्रूटनी कर ली है। इसके अनुसार पंजाब से सबसे कम महिलाओं ने रुचि दिखाई है।
रेलवे में पहली बार 98 ट्रांसजेंडरों ने परीक्षा दी है, अगर इन लोगों ने परीक्षा पास कर ली तो वे ट्रेन ड्राइवर और टेक्नीशियन बन सकेंगे। अधिकारियाें के अनुसार फाइनल प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और इस साल के अंत तक सभी नियुक्तियां हो जाएंगी।
पंजाब से सबसे कम अभ्यर्थी
राज्य | महिलाएं |
बिहार | 72817 |
उत्तरप्रदेश | 67813 |
आंध्रप्रदेश | 47358 |
महाराष्ट्र | 43833 |
तमिलनाडु | 39139 |
मध्यप्रदेश | 32595 |
केरल | 22799 |
पश्चिम बंगाल | 21625 |
उड़ीसा | 13944 |
तेलंगाना | 19117 |
झारखंड | 17513 |
दिल्ली | 2393 |
पंजाब | 1965 |
ऑनलाइन परीक्षा में शामिल हुए थे 48 लाख अभ्यर्थी
रेलवे में लोको पायलट और टेक्नीशियन के 64371 पदों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इसमें 27795 सहायक लोको पायलट (ट्रेन ड्राइवर) और 36576 टेक्नीशियन के पद शामिल होंगे।
लोको पायलट और टेक्नीशियन के लिए करीब 48 लाख अभ्यर्थी ऑनलाइन परीक्षा में शामिल हुए थे, इनमें 42.82 लाख पुरुष और 4.75 लाख महिलाएं हैं। ट्रेन ड्राइवर के लिए पहली बार महिलाएं इतनी संख्या में परीक्षा में शामिल हुई।
अभी तक लोकल ट्रेन और मेट्रो में ही महिला ड्राइवर होती थीं, लेकिन लंबी दूरी की ट्रेनों में ड्राइवरों की दिन-रात की ड्यूटी होती है, इसलिए महिलाएं कम रुचि लेती थीं।
Source - Dainik Bhaskar