प्राप्त विश्वस्त सूचना के अनुसार 31 मई को भारतीय रेल के सभी 32000 स्टेशन मास्टर्स एक साथ सामूहिक अवकाश पर जा रहे है अर्थात हड़ताल पर जा रहे हैं। गाड़ीयों का पूरा संचालन स्टेशन मास्टर्स पर निर्भर रहता है इस कारण से आपका यात्रा बाधित हो सकता है , इस लिए अगर आप 31 मई को अपना यात्रा का प्लान कर रहे है तो यात्रा का तदनुसार प्लानिंग करें जिससे आपको असुविधा न हो।
आल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन के अनुसार वे नहीं चाहते है कि यात्रियो को परेशानी हो परंतु वे इस तरह के आंदोलन के लिए मजबूर हुए है। क्योकि प्रशासन उनकी मांगों एवं कर्मचारियों की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा नहीं करना चाह रही है । उनके प्रमुख मांग इस प्रकार से है -
(1) स्टेशन मास्टरों के खाली पदो को भरा जाय। उनके अनुसार वर्तमान मेँ स्टेशन मास्टर के 6000 पद खाली है।
(2) नाईट ड्यूटि भत्ता जो बन्द कर दिया गया है, उसे बिना लिमिट तुरंत चालू किया जाए।
(3) उनहों ने बताया कि किसी भी संस्था को चलने के लिए चार स्तर का होना जरूरी है परंतु स्टेशन मास्टर को सिर्फ एक प्रमोशन ही मिलता है। उनको तीन प्रमोशन नहीं मिलता है । अतः Cadre Restructuring किया जाए एवं पदनाम को परिवर्तीत किया जाए ।
(4) M A C P का लाभ 01/01/2016 से दिया जाय। ना कि फरवरी 2018 से ।
(5) रेलवे में हार्ड शिप अलाउंस, स्ट्रेस अलाउंस की व्यवस्था विभिन्न वर्ग के लिए है, परन्तु स्टेशन मास्टरों को नहीं। जबकि एक ट्रेन को स्टार्ट करवाने से लेकर पूरी यात्रा का स्ट्रेस, पैसेंजर का दबाब, स्टेशन की साफ सफाई का स्ट्रेस, यहाँ तक स्टेशन पर साड़ घुस जाने पर स्टेशन मास्टर को दोषी बनाया जाता है जबकि रेल प्रशासन इसे रोकने कि कोई व्यवस्था आज तक नहीं कर पाई है। अतः इस हार्ड शिप स्ट्रेस के लिए स्ट्रेस अलाउंस वं सेफ्टी अलाउंस दिया जाए ।