33 साल में असिस्टेंट स्टेशन मास्टर से लेकर स्टेशन अधीक्षक तक पदों पर बदलाव होता रहा। लेकिन उत्तर पश्चिम रेलवे में इस व्यक्ति को एक खास नाम जानते है वो है ग्रीन स्टेशन मास्टर। जिस स्टेशन पर पोस्टिंग होती है उसे हरा-भरा करके मानते है। मिलिए इनसे ये हैं अनवर अली खान। भीलवाड़ा स्टेशन अधीक्षक पद पर कार्यरत है। हरियाली का शौक ऐसा कि स्टेशन के प्लेटफार्म पर ही 250 पौधों के गमले लगाकर हरा भरा कर दिया। ये कहानी सिर्फ एक स्टेशन की नहीं बल्कि कई और स्टेशनों की है।
खेतिहर परिवार से थे, नौकरी में आए थे खेतों से नाता छूटा
स्टेशन अधीक्षक अनवर अली खान का कहना है कि जयपुर में खेतिहर परिवार से थे। लेकिन रेलवे में असिस्टेंट स्टेशन मास्टर के पद पर चयन हो गया। स्टेशन पर हर तरफ लोहा ही देखने को मिलता था। हरियाली का नामोनिशान नहीं था। बस यहीं से स्टेशनों को हरा भरा करने की ठान ली।
रेलवे स्टेशन पर लगाए गए गमले।
सोनियाणा से शुरू हुआ सफर, 33 साल में पांच स्टेशनों पर रहे अनवर अली
33 साल में अनवर अली की नौकरी पांच स्टेशनों पर रही। सोनियाणा से सफर शुरू हुआ वहां 100, मांडल में 40, बनास (सिरोही के आगे स्टेशन) 50, धुंवाला 150 पौधे लगा चुके हैं। भीलवाड़ा स्टेशन पर स्टेशन मास्टर रहने के दौरान 100 पौधे लगाए। अब स्टेशन अधीक्षक रहते हुए 250 गमले लगा चुके हैं। अब लक्ष्य सैकंड एंट्री गेट पर 20 फीट गुना 800 मीटर क्षेत्र में उद्यान विकसित करना है।
Source - Dainik Bhaskar