रेलवे के स्टेशन मास्टरों में वर्कलोड बढ़ने और गार्ड व लोको पायलटों की तुलना में वेतन न मिलने के कारण नाराजगी बढ़ती जा रही है. कुछ महीने पहले एक दिनी काम रोको हड़ताल के बाद भी समस्या का समाधान न होने के कारण बुधवार को जगह-जगह बैठकें बुलाई गई हैं. इन बैठकों में ग्रेड-पे सुधार के साथ ही दोहरी लाइनों वाले रेल नेटवर्क पर डबल स्टेशन मास्टरों की तैनाती की मांग उठाई जाएगी.
अॉल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन ने कहा है कि एमएसीपी के तहत 5400 ग्रेड-पे सहित 15 फीसदी राजपत्रित पद दिया जाए. यही नहीं, गाड़ियों की संख्या बढ़ने के साथ तकनीक का प्रयोग भी बढ़ गया है. वर्कलोड बढ़ने के कारण टेंशन और बीमारी बढ़ रही है. इस स्थिति से निजात दिलाने के लिए स्टेशन मास्टरों से लगातार 12 घंटे से अधिक की ड्यूटी लेना बंद किया जाए.
साथ ही जिन स्टेशनों पर बिजली, पानी, चिकित्सा और उच्च शिक्षा जैसी व्यवस्था नहीं है, वहां केंद्रीकृत आवास दिए जाएं. सभी स्टेशनों पर आरजी/एलआर स्टेशन मास्टर के लिए रेस्ट रूम की व्यवस्था भी की जाए. स्टेशन मास्टरों का कहना है कि 31 अक्टूबर की बैठक में उत्तर रेलवे, पूर्वोत्तर रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे के स्टेशन मास्टर उपस्थित होंगे. इस बैठक में 27/28 नवंबर को नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में प्रस्तावित बैठक के संबंध में भी चर्चा की जाएगी.
Source - National Weels